Thursday, 28 May 2015

Lesson 3 - Farsi Alphabets

This chapter is about Persian Alphabets. Before going into that, here is one question for you:

In the last chapter, you learnt that all the Persian verbs end with either a tan or a dan, remember? Like Uftan, guftan, kardan, aamadan etc. So, what happends when the verb is a modern concept where a foreign word is required, like rasterization? Think about it! (Answer at the end of the chapter)
Here we talk about the Persian Alphabet, which is based on Arabic alphabet. The letters are "alif, ba, ta" etc.. Mind you that the Engllish word "Alphabet" is made using the first two letters of Greek writings, and those are "Alpha and Beta", very similar to Alif, Ba here. While, in Hebrew, these two letters are exactly "aleph and Bet"! If you already know Urdu script, instead of wasting your time on this lesson. you may watch a latest bollywood song on youtube, or a Jaspal Bhatti episode, if you like ! :-)

Here we go!
अध्याय ३
वर्णमाला


फारसी की वर्णमाला में ३२ अक्षर हैं जो अरबी की लिपि पर आधारित हैं । यानि अरबी अक्षरों में कुछ और अक्षर जोड़कर इनको बनाया गया है । कोई अक्षर अगर शब्द के बीच में आता है तो आधा ही लिखा जाता है, लेकिन अगर शब्द के अन्त में हो तो पूरा लिखा जाता है । इनका विवरण और उच्चारण नीचे दिया गया है-


ا - अलिफ़ - ये पहला अक्षर है । इससे अ का उच्चारण होता है । वाक्य के अन्त में आने से इसका रूप नहीं बदलता है ।
آ - आ का उच्चारण ।


ب - बे (अरबी में बा) - ब का उच्चारण होता है । शब्द बीच में आने पर बाएँ से आधा काट दिया जाता है, नुक़्ता बरक़रार रहता है ।


ت - ते (अरबी में ता) - त का उच्चारण । शब्द के बीच में आने पर नुक़्ता बरक़रार रहता है और आधार की तश्तरी आधी हो जाती है ।


پ - पे (प का उच्चारण) - यह अक्षर अरबी में नहीं होता । फा़रसी और उर्दू में बहुत प्रयुक्त  होता है । एक ग़ौरतलब बात ये है कि, अरबी में ‘प’ नहीं होने के कारण ही, दक्षिण ईरान के पार्स शहर - जहाँ से ईसा के ५५० साल पहले ईरानी साम्राज्य का उदय हुआ था - को अरबी में फ़ार्स (या फ़ारस) कहने लगे । इसी के नाम पर पारसी भाषा का नाम फ़ारसी पड़ा । यूनानी लोग इसे पर्स (या पर्सपोलिस) कहते थे और इसी से अंग्रेजी में इस भाषा को पर्सियन (Persian) कहते हैं ।


आगे वर्णमाला पढ़ने से पहले, मात्राओं का प्रयोग सीखना अधिक उपयुक्त होगा । नीचे की मात्राएं लघु मात्राएँ हैं । अक्सर लिखित और ख़ासकर टंकित लिखाई में इनका प्रयोग ज़रूरी नहीं होता । पढ़ने वाला अनुमान के आधार पर मात्राओं का उच्चारण ख़ुद कर लेता है ।


بَ - बअ - उपर लिखी मात्रा को ज़बर  कहते हैं । ज़बर का अर्थ होता है - ऊपर । ज़बरदस्त - जिसका हाथ ऊपर हो, यानि श्रेष्ठ, बेहतर ।


بِ -  बे - ब के नीचे लगी मात्रा को ज़ेर कहते हैं ।  ज़ेर का अर्थ - नीचे । ज़ेरदस्त - हाथ से नीचे, यानि कमज़ोर, ग़रीब, लाचार । ज़ेर से ‘ए’ या ‘ह्रस्व इ’ का उच्चारण आता है । इस को बि भी पढ़ा जा सकता है ।


بُ - बु - ब से ऊपर की मात्रा को पेश  कहते हैं । पेश से ‘ह्रस्व उ’ का उच्चारण आता है ।

एक शब्द में जब कई अक्षर होते हैं तो आख़िरी अक्षर को छोड़कर बाकी सभी आधे लिखे जाते हैं । उदाहरण के तौर पर अगर हम बुत (मूर्ति) लिखना चाहें तो इस प्रकार होगा
بُت
इसमें ब आधा हो गया लेकिन त पूरा रहा । ब के ऊपर लगे पेश पर भी ध्यान दें ।


कुछ अक्षर कभी किसी से संयुक्त नहीं होते, चाहे वो शब्द के बीच में ही क्यों ना हों । इनका उल्लेख वर्णमाला की पढ़ाई के बीच में किया जाएगा ।

दीर्घ मात्राओं के लिए वर्णों को ऊपर या नीचे ना लिखकर शब्दों के साथ ही लिखते हैं । जैसे


با - बा - गौर कीजिये कि ये बे और अलिफ़ से मिलकर बना है । ब आधा है और उसके आगे (बाईं ओर) अलिफ़ लगा हुआ है ।


بی - बी - इसमें भी ब आधा है और फिर दीर्घ मात्रा लगाई गई है ।

بو - बू - इसमें ब आधा लिखा है - उच्चारण buu होगा ।


एक बार - "ब" की सारी मात्राएँ

buu
bee
baa
bo/bu
be
bae
b
بو
بی
با
بُ
بِ
ب‌َ
ب
बो/बू
बी/बे
बा
बु
बे
बॆ

उच्चारण के लिए


ध्यान दीजिये के बे और बी की लिखावट एक जैसी है । यह वजह है कि जिसको फ़ारसी में बीचारा कहते हैं, हिन्दी-उर्दू में आते-आते बेचारा हो जाता है । इसी तरह बीक़रार - बेक़रार, बीवजह - बेवजह और अन्य रूप बदलते हैं ।

इसी तरह से बो और बू एक जैसे लिखे जाते हैं ।  



Answer to the question posed at the start of this chapter:



The verb's foreign root is preserved, to capture the meaning but a 'kardan' is added. So rasterization will become - rasteri-kardan. Notice that the verb still ends with a 'dan'!

Keep Reading,

Cheers!

Saturday, 23 May 2015

Lesson 2 - Learn Persian through Hindi

Hello everyone!

Till now, you learned 2 things - a few sentence-structures, prepositions in Farsi and how the verbs end with a "tan" or "dan" always. Yes ALWAYS! So, what happens if a new technology verb is imported in a language, like digitizing? Well, in that case, people call is bar-digit-burdan. I am actually not aware of the exact form, but saying this should suffice. Let's go to our next lesson - about pronouns in Persian. Note that, one should use singular, wherever not sure (although in poetry, use of plural is more common).



अध्याय २
सर्वनाम


नीचे की सारणी में “मैं”, “तुम” सहित सभी सर्वनामों को फ़ारसी में दिया गया है । अगले अध्यायों में मुख्यतः एकवचन के ही उदाहरण दिये जाएंगे ।
सर्वनाम
फ़ारसी
बहुवचन
फ़ारसी
मैं
मन
हम
मा
तुम
तू
आप
शुमा / शोमा
वो
वे लोग
आन्हा


अक्सर मैं (यानि मन) की जगह हम (यानि मा) का प्रयोग देखने को मिलता है - ख़ासकर शाइरी में ।
इसी तरह तू की जगह शुमा का प्रयोग देखने को मिलता है । शुमा को उच्चारण में शोमा भी पढ़ा जाता है ।


संबंध बताने के लिए निम्न प्रत्यय लगाते हैं -


पुरुष
प्रत्यय (अंत में)
उदाहरण
मेरा
-म
मेरी किताब - किताब
तेरा
-त
तेरी किताब - किताब
उसका/की
-श
उसकी ज़ुल्फ़ -ज़ुल्फ़
हमारा
-मां
हमारा देश - केश्वरमां
तुम्हारा
-तां
तुम्हारा घर - ख़ानःतां
उनका
-शां
उनकी किताब -केताबशां


यहाँ प्रत्ययों का प्रयोग संबंध (मेरा, तेरा, उसका) बताने के लिए हुआ है ।


लेकिन, ठीक इन्हीं प्रत्ययों का प्रयोग मुझको, तुझको, उसको जैसे संदर्भों में भी होता है । जैसे कि


मुझको याद - यादम । तुझको ख़बर - ख़बरत । उसको किताब - किताबश


प्रश्नवाचक पद


क्या
चेः
क्यों
चरा
किस तरह
चेगोनः
कहाँ
कुजा
कब
कसे
कौन
केः
कौन सा
कुदाम
कितना
चन्द
किस प्रकार
चेतोरः
किसको
करॉ


साथ-बिना


किताब के साथ - बकिताब
किताब के बिना - बीकिताब


उर्दू और हिन्दी में बा और बे का इस्तेमाल, साथ और बिना के अर्थ में क्रमशः होता है । जैसे बावक़्त, बेवक़्त । फ़ारसी में यही बःवक्त और बीवक़्त उच्चारित होता है । अगले अध्यायों में ये ध्यान दीजिये कि फ़ारसी लिपि में बे और बी एक ही तरीक़े से लिखे जाएँगे ।


अभ्यास

जैसा कि पहले अध्याय में बताया गया, लड़के को पेसर कहते हैं । उच्चारण में इसे पिसर भी कह सकते हैं ।


उसका लड़का - पेसरश
मेरी किताब - किताबम


लिपि अगले अध्याय में ।

The next lesson will be about the script. Those who know Urdu, could skip that chapter. Bye!

Friday, 15 May 2015

Lesson1: The observation of language

और पहला अध्याय
First lesson of Persian tutorial blog throgh Hindi language. Hope you like it!
अध्याय - १

इससे पहले कि आप कुछ सीखें, उदाहरण समझने के लिए इन आरंभिक शब्दों को याद रखें -


मन - मैं । तू - तू ।  - वो ।
आमदन - आना । रफ़्तन - जाना । गुफ़्तन - बोलना । करदन - करना ।
किताब - किताब यानि पुस्तक । गुल - फूल । ख़ुदा - ईश्वर । मीज़ - टेबल (मेज) ।


फारसी के सबसे आरंभिक वाक्य, सीखने के लिए यह देखें -


ख़ुदा यक अस्त - ईश्वर एक है । (यक -एक, अस्त - है) ।
मन गुफ़्तम - मैने कहा । तू गुफ़्ती - तूने कहा । उ गुफ़्त -  वो बोला ।


यहाँ दिए गए वाक्य या तो टिप्पणी है या भूत काल में है । ये जानकर कि बोलने को गुफ़्तन कहते हैं, वाक्यों का विन्यास समझ में अपने आप आ जाएगा ।


कुछ ध्यान में रखने की बातें -
  • क्रिया (कोई काम, verb) का अन्त फ़ारसी में तन या दन से ही होता है । जैसे गुफ़्तन, रफ़्तन, आमदन । अलग काल और पुरुषों के लिए इनका रूप बदलता है ।
  • फ़ारसी में अगर आप कोई बात कहें जिसमें नाम का ज़िक्र न हो, तो ये कहना मुश्किल है कि ये किसी पुरुष के लिए कही गई है या स्त्री के लिए । उदाहरणार्थ - वो जा रहा है और वो जा रही है का अंतरित फ़ारसी एक ही होगा - उ मीरवद । ध्यान दीजिये कि हिन्दी में प्रथम और द्वितीय पुरुष (मैं और तुम) में भी लिंगभेद वाक्य से स्पष्ट हो जाता है । (मैं जा रहा हूँ, मैं जा रही हूँ)


वाक्य बदलने के तरीके

निषेध

ख़ुदा यक नः अस्त (या नेस्त) - ईश्वर एक नहीं है । मन नः गुफ़्तम - मैने नहीं कहा ।

प्रश्न

अया ख़ुदा यक अस्त - क्या ख़ुदा एक है? अया मन गुफ्तम - क्या मैने कहा ? मन चेः गुफ़्तम - मैने क्या कहा ?

विभक्तियाँ (Prepositions)

दर केताब - पुस्तक में । बर मीज़ - मेज़ (टेबल) पर । केताब रॉ - किताब को । अज़ केताब - किताब से । बराए किताब - किताब के लिए । ता केताब - किताब तक । अज मीज़ ता केताब - मेज़ से किताब तक । वर्क़-ए-केताब - किताब का पन्ना ।


विभक्तियों और प्रश्न के लिए अगला अध्याय देखें ।


ये हमेशा ध्यान में रखें कि ये उदाहरण फ़ारसी भाषा का स्वरूप समझाने के लिए हैं । इनके उच्चारण और प्रयोग के लिए और अभ्यास की आवश्यकता है ।


अभ्यास



लड़के को पिसर (या पेसर) कहते हैं । अब इनकी फ़ारसी विचारें


लड़के से - अज़ पेसर (संक्षेप में इसे ज़ि पिसर भी कहते हैं)
लड़के पर - पेसर
लड़के तक - ता पेसर

इसमें ये नहीं बताया गया है कि ‘लड़के का’ को क्या कहेंगे । इसके लिए अगला अध्याय देखें । पढ़ते रहें ... ।


इसके पहले कि आप आगे बढ़ें, मैं आपको सलाह दूँगा कि http://www.easypersian.com/ वेबसाइट पर लिखी शुरुआती जानकारी पर एक बार नज़र फेर लें ।

ये ध्यान दें कि उपरोक्त वाक्य सभी rough idea के लिए हैं । अतः अधिक समय गँवाने की ज़रूरत नहीं है ।