Wednesday, 20 January 2016

Lesson 35 - दो शब्दों की क्रिया


Hello,

Sorry for another long break. I thought the blog already contained the useful information so that you can start reading Persian texts. But then I see a few missing bits. So, I start adding them. Just in a few lesson, you should be able to read and understand simple Persian. Today, the topic is verbs with multiple parts (multi-word verbs).

अध्याय - ३५
दो शब्दों के मसदर


बातें करना - हरफ़ ज़दन।


अभी तक आपने सिर्फ एक शब्द के कार्यों को जाना - खेलना, सोना, पढ़ना आदि । अब दो या अधिक शब्दों की क्रिया पर ग़ौर करें, जैसे - ‘गप्प मारना’, ‘सो जाना’ आदि। इन क्रियाओं को अलग से ध्यान देने की आवश्यकता क्यों हैं?

क्योंकि जो नियम आपने सेग़ों के पढ़े, वो किस भाग पर लागू होते हैं? पहले, आख़िरी या दोनों?

इन क्रियाओं में सारे नियम आख़िरी भाग यानि दूसरे शब्द पर लागू होते हैं -
  • हर्फ़ ज़दम  (मैने बातें की) ।
  • हर्फ़ मीज़नम (मैं बात कर रहा हूँ) ।


तुलना के लिए भविष्यतकाल के सेग़ों को ध्यान से देखें,  बस थोड़े अलग हैं ।

भविष्यत काल में ख़ाह आख़िरी शब्द के ठीक पहले आता है -
हर्फ़ ख़ाहम ज़द (बात करूंगा) ।
दर तू बाज़ ख़ाही कर्द - तू दरवाज़ा खोलेगा ।

अभ्यास


कम पड़ना - कसर आवुर्द کسر آورد
(पैसे कम पड़ गए)



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