Saturday, 24 September 2016

Lesson 40 - A set of small conversations


Hello All,

Welcome back! I am writing this post after months. Forgive me for my absence. I have jotted down a few small conversations for you. Some are translated, but others are for your exercise. Hope you like it!

अध्याय ४०
वार्ता

आज - थोड़ी और बातचीत ।



लिबास


بکچه بیار تا تبدیلِ کنم. پیراهن کتانم کجاست.

बक्चेः बियार, ता तब्दलील कुनम । पैराहन कतानम कुजास्त ?


बक्सा लाओ, तबतक (कपड़े) बदल लेता हूँ । मेरे कता का पैराहन (वस्त्र) कहाँ है?

उम्र और साल की बातें


عُمرِ شما چندست؟ دوازده سالهام. عُمرم دوازده سالست. بِرادرِ کوچک چند ساله است؟ او شش ساله است. عُمرِ پدرتان چند سال است. چهل سال یا چهل و یک سال. شما از من جونترید. بله من در عمرِ از شما کوچکترم. شاید که برادر کوچکِ من از شما بُزرگتر است. خیر تقریبیا عمرمان یکسالست. این پیر زن که بشما نشسته است چند ساله است. این ماما پنجاه سال عُمری دارد.

(पढ़ने की कोशिश ख़ुद करें)


अनुवाद - आपकी उम्र क्या है । बारह साला हूँ । छोटा भाई कितने साल का है । वो छः साल का है । आपके पिताजी कितने साल के हैं ।  चालीस साल या इकतालीस साल । आप मेरे से अधिक जवान हैं । हाँ, मैं उम्र में आप से छोटा हूँ । शायद के मेरा छोटा भाई आपसे बड़ा है । ख़ैर, हमारा अन्तर एक साल है । ये बूढ़ी औरत जो आपके साथ बैठी है, कितने साल की है । ये पचास साल उम्र रखती है ।

सैर और छुट्टी

سَید جان آقا! بیاید یک دقیقه سیر و گردش کنه. معلوم میشود که دیروز سیلاب این زمین را گوده کنده است.

सैयद जान आक़ा । बिआइद, यक दक़ीक़ा सैर-व-गर्दश कुनम् । मालूम मीशवद के दीरूज़ सैलाब-ए-इं जमीन रॉ गूदः कुंदा अस्त ।

इसका अर्थ ? अभ्यास हेतु छोड़ा गया ।

और अभ्यास

रूमी के लिखे इस ख़ूबसूरत ग़ज़ल को सुनने का प्रयास करें -

https://www.youtube.com/watch?v=xoITmyhdQhc

पूरी ग़ज़ल फ़ारसी लिपि में पढ़ें - http://ganjoor.net/moulavi/shams/ghazalsh/sh2388/


आप अभ्यास करते रहें, इंटरनेट पर सर्च करें, कोई किताब मिले तो पढ़ें और समझने की कोशिश करें, आधा भी समझ पाएं तो आगे बढ़ते रहें । इस बार के लिए विदा दें । 

Monday, 29 February 2016

Lesson 39 - Casual conversation

Hello,

Today we are going to see samples of small casual conversations.


अध्याय - ३९
पाठ -वार्तालाप  
अभिवादन - और आम जवाब ।

फ़ारसी में आम बोलचाल के शब्दों का जवाब वैसे नहीं होते जैसे अंग्रेज़ी और हिन्दी में होते हैं । जैसे किसी ने आपको कुछ धन्यवाद ज्ञापन दिया तो आप - “अच्छा” या अंग्रेज़ी में “It’s my pleasure” जैसे वाक्य बोलते हैं । इसी तरह अगर आप बहुत परेशान होते हैं तो कहते हैं कि “फलां काम से मेरी नाक में दम हो गया” । लेकिन फ़ारसी में अक्सर जो बोला जाता है उसका शाब्दिक अनुवाद होता है - “मेरा बाप बाहर आ गया” !

इस प्रकार के मुहावरों को एक साथ सजा कर ये पाठ लिखा गया है । सवाल पहले और जवाब  के उदाहरण बिन्दुओं में लिखा गया है ।

कैसे हैं - चेतोरे हस्तेद
  • अच्छा हूँ - ख़ूबम ।
  • धन्यवाद - ममनून ।
  • आपसे छोटा हूँ - कुचेक शोमाम ।
काम / हाल कैसा है - कार चेतोरः हस्तद
  • अच्छा - ख़ूबेः ।
  • ख़राब नहीं - बदक नेस्त ।
  • ठीक ठाक - मीगज़ारः ।
कहाँ हो आजकल - (बहुत दिनों से दिखे नहीं) - कुजा हस्ती?
  • आपकी छाया में - ज़ीर ए साया तूं ।
आप बस बताओ (मैं आपका काम कर दूंगा) -
  • शोमा फ़क़त लब तर कुन । (आप बस होंठ गीले कीजिये)

क्या आप ..(कर सकते हैं) -
  • आखों के उपर - बः रुई चश्म (किसी आग्रह के जवाब में ऐसा कहते हैं)
परेशानी का बखान :
  • बिजली मेरे सर पर गिरी - बर्क़ ब सरम परीद

नहीं माफ़ कीजियेगा - शर्मिंदाः अम
काम बहुत मुश्किल था - इं पेदरमॉ बर आवुर्दन
देर हो गई - दीर कर्दम

इसी प्रकार की और कई जानकारी यहाँ देखें - http://www.easypersian.com/farsi/lesson-132/


Lesson 38 - Small conversations


Hello,

Today we are going to see some small conversations. This way you'll learn sentences of various forms.

अध्याय - ३८
वाक्य बनाना

घर की बातें
بچّه کریم. بلی صاحب. کُجائ کُجا هستی. آنجا چه میکنی. برائ شما قهوه پُخته میکُنم. مکر اِمروز اطاق را جاروب نکشیدهَ. آلان اُطاق را جاروب میکشم.


बच्चे करीम । हाँ साहब । कहाँ हो , कहाँ रहे?  वहाँ क्या कर रहे हो ? आपके लिए कॉफ़ी बना (पका) रहा हूँ । मगर आज कमरे को झाड़ू नहीं लगा ? कमरे को झाड़ू लगाता हूँ ।

इसी गुफ़्तगू को पढ़ के सुनने के लिए ये वीडियो देखें ।

 



मौसम की बात


امروز حوا چهگونه است؟ امروز هوا مبعتپل است. نه گرم است نه سرد. پریروز هوا خیلی گرم و تز بود. اول شب گرم بود. البته


उपर के वीडियो जैसी और बातचीट पढ़िये जिससे आपका अभ्यास होता रहेगा ।




Monday, 15 February 2016

Lesson 37 - Infinitives

Hello,

Today I am going to tell you just a little. This lesson is about infinitives of the verbs, i.e. forms like 'to go', 'to run' etc..


अध्याय - ३७


क्रिया काम के अर्थ में - मारना, खेलना


कभी-कभी क्रिया के उसी रूप में इस्तेमाल करना होता है - infinitive । जैसे “बोलना अच्छा लगता है” । यहाँ बोलने को गुफ़्तन ही कहेंगे । इसका तरजुमा होगा - गुफ़्तन पसन्द दाश्तम


खेलना पसंद है - बाज़ी करदन पसंदीदः अस्त ।

अभ्यास
चुप रहना बुरा है - सोकुत बद अस्त । صوکوت بد است

तेरा बोलना अच्छा है - गुफ़्तनत ख़ूब अस्त ।

Monday, 25 January 2016

Lesson 36 - A trick for present tense verbs

Hello,

This time - a small trick!

अध्याय - ३९
मसदर से अम्र (२)


अम्र एवम् वर्तमान काल के सेग़े बनाने के लिए एक पेंचीदा विधि दी गई है । इस विधि का उद्देश्य मसदर का मूल निकालना है । चूँकि मूल निकलते ही हाल, मज़ारए और अमर के सेग़ों का गठन आसान हो जाता है, ये विधि उन सेग़ों के लिए भी लाभकारी है ।


ग़ौर करिये कि यदि आपका मसदर ख़ुफ़्तन यानि सोना है तो ये विधि , किस प्रकार सहयक है ।

ज़सफ़रनआखुशेम - زسفرنآجوشیم

उपरोक्त शब्द में ११ हर्फ़ हैं । किसी भी मसदर के आख़िरी तन या दन (जिसको अलामते मसदर कहते हैं) को हटाएँ तो आख़िर में ऊपर दिये लफ़्ज़ का एक ना एक हरफ़ रहता है । मसलन - ख़ुफ़्तन । यहाँ तन हटाने के बाद फ़ आख़िरी हरफ़ बनता है । हाल (या कहें तो मज़ारअ) बनाने के लिए इसी अक्षर (हर्फ़) पर काम किया जाता है । कभी इसको बदल दिया जाता है, कभी ग़ायब कर दिया जाता है तो कभी किसी मात्रा या वर्ण से बढ़ा दिया जाता है ।

इस आख़िरी अक्षर (तन या दन के ठीक पहले का वर्ण) के अलग-अलग सूरतों में विधि नीचे दी गई है -

  1. ز - अगर तन या दन से पहले ज़ आए तो इसको अम्र बनाने के लिए आगे एक नून की मात्रा लगाई जाती है । जैसे ज़दन (मारना) से ज़न (मार) बना ।
  2. س - अगर स हो तो कई विधियाँ इस्तेमाल में लाईं जाती हैं । पहला ये के इस स को निकाल देते हैं । जैसे ज़ीस्तन (जीना) - ज़ी (जी) । दूसरा, स को ए से बदलते हैं । जैसे आरास्तन (संवारना) - आराए । पैरास्तन (संवारना) - पैराए । तीसरा, स को ह से बदल देते हैं । जैसे ख़्वास्तन (चाहना) - ख़्वाह । कास्तन (घटाना) - काह  । जस्तन(कूदना) - जेः । चौथा, स  को उए से बदलते हैं । इस प्रकार के मसदर में स के उपर पेश पहले से रहता है जिसे उ में तब्दील करते हैं और एक ए लगाते हैं । उदाहरणस्वरूप,  जुस्तन (ढ़ूँढ़ना) - जूए । शुस्तन(धोना) - शुए । पाँचवां - स को न से बदलते हैं । शिकस्तन (टूटना, तोड़ना) - शिकन ।
  3. ف - हर्फ़-ए-फ़े होने पर, अम्र बनाने की कई विधियाँ हैं । पहला, फ़ को ब से बदलते हैं । जैसे, शताफ़्तन(दौड़ना) - शताब । याफ़्तन(पाना) - याब । इसी याफ़्तन से दस्तयाब (हाथ लगना) या नायाब (दुर्लभ) जैसे शब्द बने हैं । एक और उदाहरण है - कुफ़्तन (ठोकना) - कुब । दूसरा, इसको व से बदलते हैं । जैसे, शनफ़्तन(सुनना) - शनू । रफ़्तन - रु । तीसरा, इस हरफ़ को ज्यों का त्यों रखते हैं । जैसे, शिगाफ़्तन(चीरना) - शिगाफ़ । बाफ़्तन (बुनना)   - बाफ़ ।
  4. ر - अगर रे हो तो इसको रहने देते हैं और अलामत (तन या दन) को हटा देते हैं । जैसे -अफ़शारदन (निचोड़ना) - अफ़शार । अफ़सुर्दन (कुम्हलाना) - अफ़्सुर । लेकिन सबसे चालू क्रियाओं में से एक करदन पर ये लीगू नहीं होता । करदन एक अपवाद है ।
  5. ن - अगर नून हो तो इसको ज्यों को त्यों रखते हैं । निशान्दन(बिठाना) - निशान ।
  6. آ - आ होने से इसको हटा देते हैं, ग़ायब कर देते हैं । जैसे - इस्तादन(खड़े रहना) - इस्त ।
  7. خ - ख़ रहने से इसको ज़ (ज़े)से बदलना चाहिए । उदाहरण स्वरूप, अंदाख़्तन(डालना) - अंदाज़ । अफ़रोख़्तन (रोशन करना) - अफ़रोज़ । गिरीख़्तन (भागना) - गिरीज़ ।
  8. و - अगर वाव हो तो इसको आए से बदलना चाहिए । कशुदन (खोलना) - कशाए । बख़्शूदन (बख़्शना) - बख़्शाए ।
  9. ش - अगर शीन हो तो इसे से बदलते हैं । निगाश्तन (लिखना) - निगार । गोज़ाश्तन (गुज़ारना) - गोज़ार ।
  10. ی - या हमज़ा होने पर इसको निकाल देते है । ख़ीज़ीदन (उठना) - ख़ीज़ ।
  11. م - मीम की सूरत में ए से बदलते हैं । आमदन (आना) - आए ।


इन ग्यारह हरफ़ के आलावे की सूरत में याद्दाश्त ही काम देती है । बल्कि कुछ बार तो इन नियमों से भी अम्र नहीं बनते ।

अम्र बनाने के तुरंत बाद, मजारे (मात्रा लगाकर) और फिर हाल (मजारअ में मी लगाकर) बना सकते हैं ।

उदाहरण


अफ़रोख़्तन - रोशन करना

अलामत-ए-मसदर निकालने पर अफ़रोख़ मिला
आख़िरी हर्फ़ ख़ है । उपर दिये नियम के अनुसार - ख़ को ज़ से बदलेंगे । इससे अफ़रोज़ बना । अफ़रोज़ का अर्त हुआ - रोशन कर (या जला) ।
जलाए - अफ़रोज़द
वो जला रहा है - मीअफ़रोज़द

इसी प्रकार

तरसीदन - डरना
अलामतए मसदर हटाने पर तरसी बना । आख़िरी हरफ़ ये है, इसको निकाल देते हैं - तरस बना ।
तरस - डर
डरे - तरसद
वो डर रहा है - मीतरसद ।


अभ्यास

जुस्तन - जुए (ढूंढ)
ख़रीदन - ख़र (ख़रीद)
दाश्तन - दार (रख)
दवीदन- दव (दौड़)
ख़वान्दन - ख़्वान (पढ़)

Wednesday, 20 January 2016

Lesson 35 - दो शब्दों की क्रिया


Hello,

Sorry for another long break. I thought the blog already contained the useful information so that you can start reading Persian texts. But then I see a few missing bits. So, I start adding them. Just in a few lesson, you should be able to read and understand simple Persian. Today, the topic is verbs with multiple parts (multi-word verbs).

अध्याय - ३५
दो शब्दों के मसदर


बातें करना - हरफ़ ज़दन।


अभी तक आपने सिर्फ एक शब्द के कार्यों को जाना - खेलना, सोना, पढ़ना आदि । अब दो या अधिक शब्दों की क्रिया पर ग़ौर करें, जैसे - ‘गप्प मारना’, ‘सो जाना’ आदि। इन क्रियाओं को अलग से ध्यान देने की आवश्यकता क्यों हैं?

क्योंकि जो नियम आपने सेग़ों के पढ़े, वो किस भाग पर लागू होते हैं? पहले, आख़िरी या दोनों?

इन क्रियाओं में सारे नियम आख़िरी भाग यानि दूसरे शब्द पर लागू होते हैं -
  • हर्फ़ ज़दम  (मैने बातें की) ।
  • हर्फ़ मीज़नम (मैं बात कर रहा हूँ) ।


तुलना के लिए भविष्यतकाल के सेग़ों को ध्यान से देखें,  बस थोड़े अलग हैं ।

भविष्यत काल में ख़ाह आख़िरी शब्द के ठीक पहले आता है -
हर्फ़ ख़ाहम ज़द (बात करूंगा) ।
दर तू बाज़ ख़ाही कर्द - तू दरवाज़ा खोलेगा ।

अभ्यास


कम पड़ना - कसर आवुर्द کسر آورد
(पैसे कम पड़ गए)



Monday, 7 December 2015

Lesson 34 - Should and would

Hello everyone! Hope you are learning well and practicing to speak. If you are now confident in reading, please refer to this web page for a huge library of great Persian Poetry - all for free! You have Hafez, Rumi, Attar, Ferdosi, Khayyam all in one place - http://ganjoor.net/


Today we are going to start with how to say "should" and  "would".

अध्याय - ३४
चाहिए


माज़ी बअईद (ماضی بعاید)
जैसे - जाना चाहिए


इस के सेग़े बनाने के लिए
  1. पहले माज़ी नाकस का सेग़ा लेते हैं, जैसे रफ़्तन -> मीरफ़्तम ।
  2. माज़ी नाकस का पूरा वाक्य बनाते हैं । वाक्य के शुरु में बायद लगाते हैं -> बायद मीरफ़्तम


और उदाहरण


उसको समझना चाहिए - बायद उरॉ मीफ़हमीद । باید اُ را میفهمید
तुझे आना चाहिए -  बायद तुरॉ मीआमदी ।


आप देख सकते हैं कि इसमें बायद से चाहिए और होगा दोनो का भाव आता है । यानि अंग्रेज़ी के Should और Would दोनों के रूप में प्रयोग किया जा सकता है । अतः जब बाइद को अंग्रेज़ी में अनुवाद करेंगे तो अनुमान या आशा में से कौन सा भाव आएगा इसका विचार बोलने वाले के लहज़े और विषय-पृष्ठभूमि से लिया जाएगा ।


एक वाकया - आज से कोई 5 साल पहले ईरान के सर्वोच्च नेता अयातोल्लाह ख़ोमयनी ने जब इसरायल के खिलाफ़ कड़े प्रतिरोध का इज़हार किया तो इसी शब्द की वजह से नामसझी बढ़ गई । असल में जो
“इसरायल समय के पन्ने से मिट जाएगा” (अनुमान के तौर पर) होता उसको अंग्रेज़ी मीडिया में
“इसरायल समय के पन्ने से मिट जाना चाहिए” (यानि मिटा देना चाहिए)
के तौर पर पेश किया गया । इससे पश्चिम-ईरान तनाव बहुत बढ़ गया था । पूरा प्रकरण यहाँ पढिए - https://www.washingtonpost.com/blogs/fact-checker/post/did-ahmadinejad-really-say-israel-should-be-wiped-off-the-map/2011/10/04/gIQABJIKML_blog.html


कुछ क्रियाओं के रूप


अंगीख़्तन - उठाना


अन्य पुरुष में (अम्र को छोड़कर) -


हिन्दी
फ़ारसी
हिन्दी
फ़ारसी
(उसने) उठाया
अंगीख़्त
उठाए
अंगेज़द
(उसने) उठाया है
अंगीख़्तः अस्त
उठाया होगा
अंगीख़्तः बाशद
उठा
अगेज़
उठा रहा है
मीअंगेज़
(उसने) उठाया था
अंगीख़्तः बूद
उठा रहा था
मीअंगीख़्त
(उसे) उठाना चाहिए
बायद -- मीअंगीख़्तद




(इस verb  को याद रखने के लिए, “हैरत अंगेज़” शब्द का ख़याल कीजिये । हैरत अंगेज़ - हैरत उठाने वाला, मतलब frowning )

आज के पाठ  के अभ्यास के लिए यहाँ जाएं -  http://www.easypersian.com/drills/persian-writing-useful-drills-97/

अगली बार तक के लिए विदा!