A few more letters...
अध्याय - ५
अभी तक सिखाए गए वर्ण ये हैं -
ا - ب - ت - پ - ث - چ - ج - ح - خ - د - ذ
इनके नाम सहित उच्चारण का अभ्यास कर लें ।
आगे के वर्ण
ر - रे - इससे र का उच्चारण होता है । ये अपने बाद (यानि बाएँ) आने वाले अक्षरों से नहीं जुड़ता । उदाहरणार्थ रब लिखने के लिए इस प्रकार की लिखावट होगी - رب । ध्यान दीजिये कि र और ब में संपर्क नहीं है ।
ز - ज़े - ज़ का उच्चारण । यह भी, रे की तरह, अपने अगले अक्षर से संपर्क नहीं रखता । ये भी ग़ौरतलब है कि रे और ज़े दोनो ही अपने पूर्ववर्ती (यानि दाहिने) के अक्षर से संपर्क रखते हैं । जैसे बर (अर्थ - उपर) की लिखावट ऐसी होगी - بر । इसी प्रकार मीज़ (टेबल) की लिखावट होगी - میز
س - सीन - स का उच्चारण । जैसे सर - سر
ش - शीन - श का उच्चारण । जैसे शाख़ में । شاخ
ص - सुआद - स । सीन और स्वाद दोनों से स का उच्चारण होता है, इनमें फ़र्क तो है पर जानना आवश्यक नहीं । इसके प्रयोगों को याद रखना ही आसान है ।
ض - ज़ाद - ज़ । ये ज़ के उच्चारण का तीसरा वर्ण है । कुछ अरब देशों में इसे द से उच्चारित किया जाता है, और इस अक्षर को द्वाद पढ़ा जाता है ।
ط - तॉय - त । इसमें और ता (अध्याय 3, ت) में कोई ख़ास फ़र्क नहीं है । लेकिन शब्दों की वर्तनी में एक दूसरे की जगह प्रयुक्त नहीं होते । जैसे तिफ़्ल (बच्चा) के लिए तॉय इस्तेमाल होता है - طفل। ता का इस्तेमाल करना ग़लत होगा ।
ظ - ज़ॉय - ज़ । ज़ (z) के उच्चारण के लिए ये चौथा वर्ण है ।
ع - आइन - स्थिरता । ये वाक्य में एक ठहराव (लेकिन पूर्ण विराम नहीं) के लिए इस्तेमाल होता है । इसके बीच में आने पर नीचे का भाग कट जाता है । स्पष्ट होने के लिए मा’ल (परिणाम) - معال । यहाँ रेखांकित किए हुए स्वरूप में आईन पर ग़ौर करें । शब्दों के आख़िर में आने पर ये संपूर्ण रूप में रहता है - जैसा कि हर किसी अक्षर की प्रकृति है ।
غ - ग़ाईन - ये ग से अलग है । इससे ग़ुलाम और ग़म जैसे शब्द बने हैं । लिखावट में ये भी आईन की तरह है बस एक नुक़्ते का अन्तर है । जैसे ग़म - غم
शब्द उदाहरण
तमीज़ - تمیز - साफ
सुर्ख़ - سُرخ - लाल
सब्ज़ - سبز - हरा
लाल - لال - लाल
That ends today's session. Do see the complete list again. There is just one more to come. Very soon!
No comments:
Post a Comment